खुद को भूलने लगा हूँ मैं,
न जाने किस गिरफ्त में जीने लगा हूँ मैं!
मौज-मस्ती में रहने वाला शख्स मैं,
न जाने क्यों खामोश रहने लगा हूँ मैं!!
~~अंकित
#1512-
Sound of heart - Shayar
बिडम्बना ये रही मर्द की सदा,...
कि वो रो भी न सका!!...
~~अंकित
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तुम हर रोज आए, मगर सपने में आए,...
तुम हर रोज आए, मगर सपने में आए,...
आँखें तरस गई मेरी तुम्हें देखने को,
मगर जब तुम आए तो वे-वक्त आए,...
~~अंकित
#1510-
तुझे देखने से जो आँखों में नमी आ जाये,...
तुझे देखने से जो आँखों में नमी आ जाये,...
समझ जाना इंतजार कितना गहरा है!!....
~~अंकित
#1509-
कई शामें गुजर गईं इस इंतजार में,...
कई शामें गुजर गईं इस इंतजार में,...
कि एक शाम आएगी जो तेरी खबर लाएगी...!!...
~~अंकित-
बस....
एक हाँ के इंतज़ार में रात यूँही गुज़र जाएगी,
अब तो बस उलझन है साथ मेरे नींद कहाँ आएगी,
सुबह की किरण न जाने कौनसा सन्देश लाएगी,
रिमझिम सी गुनगुनायेगी या प्यास अधूरी रह जायेगी।
~~गजनी मूवी
#1506
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वक्त गुजर गया,
एक दौर गुजर गया,...
या कह दूँ कि मोहब्बत भी गुजर गई!...
बस रह गया है बाकी,
जैसे अश्क बाकी हैं,
एक दर्द बाकी है, ...
किस्से दफन और यादें बाकी हैं!!...
~~अंकित
#1506-
तुम्हारी तस्वीर ने अक्सर मेरा दिल चुराया,..
तुम्हारी तस्वीर ने अक्सर मेरा दिल चुराया !...
मगर मैं कमबख्त,..
तुमसे कभी मिल ही न पाया !..
~~अंकित-
इस कदर चाहा तुझे,
कि फिर किसी और को चाह न सके!
महफूज तो रहे हम,
लेकिन फिर भी फना होने से खुद को रोक न सके!!
~~अंकित
#1503-