इफ़्तार करेंगे हम भी कभी
खुदा से बस यही उम्मीद है।
मिल जाए दो वक़्त की रोटी जिस दिन
वहीं दिन हमारे लिए ईद है।।-
25 MAY 2020 AT 21:31
21 JUL 2021 AT 21:29
हां गदगद तो हूं
किसी ने पुकारा है
भाई मुझे....
दर्द तुम भी समझते
गर तुम्हारी किस्मत में
कोई बहन ना होती !!-
24 MAY 2020 AT 19:51
लोग मसरूफ हैं ईद के चाँद के दीदार में,
The people are engage to see the Moon of Eid
मैं ठहरा दिवाना उनके दीदार-ए-रुख के इंतज़ार में.
Me crazy, wait for gazing the face of her.-
26 JUN 2017 AT 20:35
ना आना सँवर के आज तुम सामने,
ईदी समझ के ही दे दो उस चाँद को इतराने का मौक़ा .-