हमनें जब भी लिखा, जितना भी लिखा, सिर्फ उन्हें याद करके लिखा।उन्होंने जब भी पढ़ा, जितना भी पढ़ा, सिर्फ उन्हें याद करके पढ़ा।। -
हमनें जब भी लिखा, जितना भी लिखा, सिर्फ उन्हें याद करके लिखा।उन्होंने जब भी पढ़ा, जितना भी पढ़ा, सिर्फ उन्हें याद करके पढ़ा।।
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उनका हमें छोड़ जाना, ये क़िस्मत थी हमारी।हमारा उनके ही ख्यालों में खोए रहना, ये फितरत है हमारी।। -
उनका हमें छोड़ जाना, ये क़िस्मत थी हमारी।हमारा उनके ही ख्यालों में खोए रहना, ये फितरत है हमारी।।
एक तरफ़ उसका चेहरा तो एक तरफ़ चांद रखा था।चांद..मैं छू नहीं सकता तुझे ,ये बोल मैंने उसका चेहरा उठा लिया।। -
एक तरफ़ उसका चेहरा तो एक तरफ़ चांद रखा था।चांद..मैं छू नहीं सकता तुझे ,ये बोल मैंने उसका चेहरा उठा लिया।।
उसकी खूबसूरती के आगे सारा जहां गौण है।चांद तो यहां है, पता नहीं आसमां में कौन है।। -
उसकी खूबसूरती के आगे सारा जहां गौण है।चांद तो यहां है, पता नहीं आसमां में कौन है।।
जब तक ये सूरज रहता है इक सुकून रहता है।वरना शाम से तो तुम्हारी याद आने लगती है।। -
जब तक ये सूरज रहता है इक सुकून रहता है।वरना शाम से तो तुम्हारी याद आने लगती है।।
काश एक दफा फिर ये नजरें तुमसे उलझकर उनमें कैद हो जाती।काश एक दफा फिर ये टूटा हुआ दिल अपनी धड़कनों को महसूस कर पाता।। -
काश एक दफा फिर ये नजरें तुमसे उलझकर उनमें कैद हो जाती।काश एक दफा फिर ये टूटा हुआ दिल अपनी धड़कनों को महसूस कर पाता।।
तुम, जो आज भी मुझमें मौजूद हो,दिलोदिमाग में जिसके बस तुम्हीं छाई रहती हो।वो दिल, जो तुम्हारे सीने के अंदर है,मैं, न जाने कब का वहां से बेदखल कर दिया गया हूं।। -
तुम, जो आज भी मुझमें मौजूद हो,दिलोदिमाग में जिसके बस तुम्हीं छाई रहती हो।वो दिल, जो तुम्हारे सीने के अंदर है,मैं, न जाने कब का वहां से बेदखल कर दिया गया हूं।।
आज पहली दफा नजरें उलझी थी उनसे।आज बचा हुआ दिल भी उनका हो गया।। -
आज पहली दफा नजरें उलझी थी उनसे।आज बचा हुआ दिल भी उनका हो गया।।
अब खुदा से मेरी बात नहीं होती।वो छोड़ चुका है मेरे ख्वाबों को पूरा करना।दुआ में मैंने तुम्हें जो मांग लिया था ।। -
अब खुदा से मेरी बात नहीं होती।वो छोड़ चुका है मेरे ख्वाबों को पूरा करना।दुआ में मैंने तुम्हें जो मांग लिया था ।।
जिसके बस करीब से गुजरने से ये धड़कने तेज़ हो जाती थीआज तो उसने मेरा हाथ ही पकड़ लिया।जरा सोचो इस दिल का क्या हाल हुआ होगा।। -
जिसके बस करीब से गुजरने से ये धड़कने तेज़ हो जाती थीआज तो उसने मेरा हाथ ही पकड़ लिया।जरा सोचो इस दिल का क्या हाल हुआ होगा।।