Sachin Kumar   (Sachiñ Kumar)
874 Followers · 88 Following

read more
Joined 1 May 2021


read more
Joined 1 May 2021
21 AUG 2023 AT 22:35

तन-तन्हा हूं...
थोड़ा हुजूम लिख दे,

लिख रहा है...
तो थोड़ा सुकूं लिख दे!!


जी लेंगे लिखा...
सब नसीब का हम,

बस हिमायत को...
थोड़ा जुनूं लिख दे !!


-


6 APR 2023 AT 21:39

कर ले यकीं...
और फिर ये जुर्म...
तू गवारा कर दे

बिखरती साख का...
वो इश्क़...
तू हमारा कर दे !


कोशिशें लाख होनी हैं
मर्तबा दौर में...
फिर से...

चाहे वो ढोंग...
तू इस बार भी...
दुबारा कर दे !!

-


5 APR 2023 AT 21:32

बदक़िस्मत सा आशिक़ हूं बस...
मैं रमता...क्यूं नहीं ,

भरा दरिया है मेरी आँख में...
ये थमता...क्यूं नहीं !

बसे बस रश्क ही हैं...मेरे दिल में...
अब और ना खोदो ,

खौलता लहू भी है मेरा, बस...
ये जमता... क्यूं नहीं !!


-


4 APR 2023 AT 20:56

ये रंगत.. ये महफ़िल..
ये दिलकश नज़ारे,

इक हम ही नहीं हैं
बस आशिक़ तुम्हारे !

अजब होती हलचल
कई कोस... से भी,

हैं... सोहबत भरे
ये तेरे क़ातिल ईशारे !!

-


1 APR 2023 AT 21:26

भर लिया है.. समन्दर
ज़ेहन में ही अपने,

अब बिखरनें को ढूंढे
किनारा ये मन !


बोझ बढ़ता चला
हम सिमटते रहे,

क्यों बेबस से लगते
ये सारे जतन !!

-


30 MAR 2023 AT 10:55

ख़्याल आते रहे
और मैं... बुनता रहा,

मन में उतरी छाप
बस मैं... सुनता रहा !

नापसंद हो भी सकते हैं
अहसास... क़लम के,

महसूस किए लफ़्ज़ ही
बस मैं... चुनता रहा !!

-


29 MAR 2023 AT 21:03

काले बादल तो हैं ही
पर उजाला भी है,

बीच मझधार से
उसने निकाला भी है !


मिला तो बहुत कुछ है,
अब क्या क्या गिनाएं

लड़खड़ाए हैं जब भी
महादेव ने संभाला भी है !!


-


28 MAR 2023 AT 22:09

सुना है...

सितारों की छांव में
पनघट वाले गांव में,
ठिठुरती, सिकुड़ती
मतवाली सड़क।

और...

रिश्तों के दांव में
हर मुश्किल पड़ाव में,
दहकती, सुलगती
इक काफ़िर कसक।।

एक जैसी ही हैं, हां एक जैसी ही हैं !!

-


27 MAR 2023 AT 22:20

उठ रही हैं आवाज़ें,
बंद ज़मीरों की... किताबों से।

देखना... मुकद्दर तुम्हारा भी
कहीं ग़मगीन ना हो।।

-


26 MAR 2023 AT 22:40

कुछ जला है... बचा है...
बुझा तो नहीं,
इसमें मेरी ही सारी...
ख़ता तो नहीं ।

बस मेरा ही था...
जो तुझको... लौटाना था,
जो दे ही दिया अब
जता तो नहीं ।।

-


Fetching Sachin Kumar Quotes