वक़त
वक़त से हारी हूँ मैं दर्द में
रोयी हूँ मैं एक तू ही है
जिसके लिए जिन्दा हूँ मैं
अगर तू नही तो जिन्दगी
अकेली है बस सुबह शाम
तेरे ख्यालो में डूबी रहती
हूँ मैं चाहत के पनो में
अक्सर तूझे ढूढा करती हू
मै दर्द के गहराई तक पहुचना
चाहती हूँ मैं तेरे हर लम्हे को
जीभर के जिना चाहती हूँ मैं
अब तेरे खवाबों ख्यालो में
रहना चाहती हूँ मैं ..-
सपने और हकीक़त का कोई भरोसा नहीं
कब ख्वाब टूट जाये कुछ कहे नहीं सकते-
माना
तुझे तेरी गलतीयो का एहसास है
काश तुझे मैं माफ कर पातीं
पर मेरी याददाश इतनी कमजोर तो नहीं
की तेरे दिये जख्मों को भूल जाऊं-
"Aaj ki soch"
Jab soch "Samjh" Kar
Kuch "Samjh" me na aye
To "samjhdaari" issi me hai
Ki apni "soch" ko sahi samjho
Or wahi Karo Jo "Dil" ❤️kahe-
Apne to bohot he zindgi me magar...
tu j na koi ...
Tu hara hua kal he mera ...
Our Jeeta hua aaj bhi ....
Tu jaan he meri .....
To Zindgi bhi tu hi....
Kis andaz me....
tumhari kimat batau...
Bhai tu life line he meri ❤
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#प्यार❤ एक☝ खूबसूरत👌 एहसास☺ है
जिसे हर कोई महसूस करना चाहता है
फिर चाहे वो हम👩❤👩 हो या कोई पंक्षी🐦 !-
तुम भरोसे की बात करते हो
भरोसा तो मुझे खुद पर भी नहीं होता है
तुम पर तो बहुत दूर की बात है!
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तु रुठा रुठा सा लगता है कोई
..... तरकीब बता मनाने की,
मै जिंदगी गिरवी रख दूंगी तु....
कीमत तो बता मुस्कुराने की.....-
Tu kehta he tu hissa he mera
To meri taklif...
mehsoos kyu nhi hoti tujhe...-
वक़्त बदल गया......और हम भी बदल गये
कभी अच्छे हुआ करते थे..और अब हम भी बुरे हो गये
वक़्त के शिकार हम हुये.. और हमरे शिकार तुम हुये
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और फिर भी वक़्त बुरा नहीं बुरा तो हम हुये-