जनाब 😔घर से दूर रहता हूँ..... .अपने सपने को पूरा करने के लिए पर...... लोग तो कहते है मज्जे कर रहा है पर... हम से पूछो कितनी तलिफ़ होती है घर के आँगन से निकलने मै....
पता है में हार गया... पर में जीत भी सकता था... पर जीतने का मन नहीं किया.... क्योकि जिस से हार वो अपने थे और जिस जीतता वो भी अपने.. इस लिए मै खुद हार मन ली ..
क्या बताऊँ... मेरे बारे में... पहले मे बहुत शरीफ था.. फिर फिर कुछ लोगों से दोस्ती हुईं.... और अब मे............ शरीफ ही हू,, जिस से दोस्ती हुई वो भी शरीफ हो गये.....
जिंदगी मेंने 3 तरह के लोग देखे हैं:- 1 शरीफ - जिसे लोग पगल समझ के कुछ भी बोल देते हैं 2 दबंग - जिस से लोग डरते हैं जिस से लोग हमेशा दुःखी रहते हैं 3 बदनाम - जिसे लोग ना तो शरीफ समझते हैं ना दबंग(फालतू मे बदनाम) दोस्तों तुम कोण से हों मे तो 3 no. वाला हू 😂😂😂😆😜