जिसे चाहा था हद से ज्यादा
वो सनम chutiya निकला
क्या बताऊ यारो
सनम मेरा बेवफा निकला।
मै सजती थी सवरती थी
कि सनम आता है मुझे देखने
पर क्या बताऊ यारो
वो मेरी गली के किस किस ताजमहल को देखता था।।
वो कहता था कि मुझे मेरी लैला मेरी जान से प्यारी है
पर क्या बताऊ यारो
वो मदिरे की बात करता था ।।।
मुझे इश्क़ का जुनून था अपने इश्क़ पर गुरुर था
पर क्या बताऊ यारो
इश्क़ मेरा एक तरफा निकला..
सनम मेरा बेवफा निकला।।।।
_shirisu(साँच✍)
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