कसूर तो बहुत किये है ज़िन्दगी में...
पर सजा वहाँ मिली जहाँ बेकसूर थे....-
25 AUG 2021 AT 11:42
10 JUN 2022 AT 23:46
जो हर मौसम में बदलने को मजबूर हो वो फूल है हम
जो समझते थे के इश्क परवान चढ़ेगा वो भूल है हम
इसमे कोई दो मत नहीं की मोहब्बत हमारी सच्ची थी
तुम समझते रहो बेवफा रब जनता है बेकसूर है हम-
4 NOV 2018 AT 21:54
निगाहें फेर कर जो हमसे दूर बैठे हैं,
इधर भी देख लीजिए हम बेकसूर बैठे हैं.!-