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सरकार कहती है कि
"बेटी बचाओ,बेटी पढ़ाओ"
हर बाप का प्रश्न,
"अब आप ही बतायें,बेटियों को पढा़ये कैसे?
दुनिया की गंदी नजर से,बेटियों को बचायें कैसे??"-
धूप में बाप और चूल्हे पर माँ जलती है...
तब कहीं जाकर औलाद पलती है...-
ख़ूबसूरत लिबास सी ज़िंदगी
बाप के जमाने में ही
मयस्सर हुईं थी
अपनी कमाई तो
जिंदगी के फटे में
पैबंद की रफू-कारी में ही
निकल रही है-
Baap
Neem ke paid🌳 ki tarha hota hai
Jiske patte🌿 bhale hi kadwe ho par chaya humesha thandi deta hai❤️-
"Mujhe naam ke rishton ki jarurat nahi,
Mere Maa baap hee mere liye mera sansaar hai".-
पुरी दुनिया के लिए गरीब होता है एक पिता
पर एक बेटे के लिए अपने पिता से कोई अमीर नहीं होता है-
Dil khil uthta jb apne milte h
Mahool bn jata h jb kamine dost milte h
Rishte bn jate h jb hum tum milte h
Jeevan safal ho jata h jnhe Maa Baap milte h
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मां बाप को वृंदा आश्रम में भूल गए तुम,
खुशियों की खोज में काफी दूर निकल गए तुम,
कुछ बड़ा करने की उम्मीद में अपनों को भूल गए तुम,
दुनिया मतलबी है ये भूल गए तुम,
जन्नत मां बाप की छाव में है ये भूल गए तुम,
मां बाप को छोड़ गए तुम,
गोद में पालने वाले को भूल गए तुम,
इस मतलबी दुनिया में मां बाप वृंदा आश्रम में भूल गए तुम,
छोटी छोटी बातों को पूरा करने वाले को छोड़ गए तुम,
मां बाप वृंदा आश्रम में भूल गए तुम,
छोटी सी चोट लगने खूब सेवा करने वाले मां बाप के प्यार को भूल गए तुम,
कभी ना भरने वाले जकम उनको दे गए तुम,
हमारी हर मांग पूरे करने के लिए खून को पसीने की तरह बहाने वाले को मां बाप को भूल गए तुम,
अपने बुढ़े मां बाप को खूब रुला गए तुम,
स्कूल में दी गई सारी शिक्षा भूल गए तुम,
अपने बुढ़े मां बाप वृंदा आश्रम में भूल गए तुम,
कभी न आंखो में आशु देखने वाले मां बाप भूल गए तुम,
उन्हें जिंदगी भर के आशु दे गए तुम,
खुशियों की खोज में जन्नत कहा आ गए तुम,
जन्नत जैसे मां बाप को क्यों वृंदा आश्रम में भूल गए तुम,-
कौन कहता है कि बचपन वापस नहीं आता
दो घडी़ अपने
❤️माता-पिता❤️
के पास तो बैठ कर देखो
बच्चा ना महसूस करों
तो फिर कहना
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