एहमियत दी तो खुद को
कोहीनूर मानने लगे हैं...
ये काँच के टुकड़े भी
क्या खुब वहम पालने लगे हैं...
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Zamana jalega hm or jalaenge
Hmare phle se hi boht dushman hai hm or banaenge
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Vo kehte hain zaalim hai ye duniya😔
Vo kehte hai zaalim hai ye duniya😶
Sambhal ke rehna kahi kuch ho na jaye🙃
Unhe kya pata ham kisi zallad😈se kam thodi
hamari ek nazar se insan ka sar jhuk jaye😏🙇
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जब एहमियत मिली तो हम भी
उनकी ओर कदम बढ़ाने लगे है
चार दिन की इस जिंदगी को
संग उनके हम सजाने लगे है-
मिली है मुझको तेरी मोहब्बत,
मैं गुमान क्यों ना करूं,
गर लिखी है मौत
तेरी हसीं बाहों में,
तो तू ही बता
मैं क्यों न मरू।-
Attitude ऐसा रखो की कोई congratulations कहे तो उसे thanks की जगह बोल सको......
"भैय्याजी congratulations बोलने की आदत डाल लो"
#Attitude_reloaded
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जब से तुम इन टुकड़ों में अपना अक्स देखने लगे हो
कांच के टुकड़े अपने आप को कोहिनूर समझने लगे हैं।-
36 कुत्ते भोकतें हैं मेरे पीछे
तुम भी भोकों
37 हो जायेंगे।-