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तुम किसी अपनें को ऐसे
बेवफा न समझो,
आशिकी में बेबसी को
दगा न समझो।-
ALTAF RAJA 😍😍
जिसने चोट न खाई हो...
वो चेहरा क्या पहचानेगा...
दिल का दर्द यारों कोई दिल वाला ही जानेगा...
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गम जुदाई का यूं तो बहुत था मगर,
दूर तक हांथ फिर भी मिलना पड़ा,
बैठ कर रेलगाड़ी में वो चल दिए
रोते रोते हमें घर को आना पड़ा...!
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Tu maan jitani chahe hamri hasi udao
Rota huaa magar tumhe kal chhod jayenge!
_Altaf RAJA-
ज़िन्दगी है और दिल-ए-नादान है
क्या सफ़र है और क्या सामान है
मेरे ग़म को भी समझ कर देखीएँ
मुस्कुरा देना बहुत आसान है-
ऐसा लगता है के वो भूल गया है हमको,
ऐसा लगता है के वो भूल गया है हमको,
अब कभी खिडक़ी का पर्दा नही बदला जाता-
दिल पे तुम मरहम लगाते ऐसी कोई चाह न थी
हाल ही बस पूछ लेते तुम दिल-ए-बीमार का-
After BreakUp
ALTAF RAZA
Become my
Most Favourite Ever
❤️❤️❤️❤️❤️❤️-
एक बेवफ़ा के ज़ख्मो पर ,
महरम लगाने हम गए,
एक बेवफ़ा के ज़ख्मो पर,
महरम लगाने हम गए,
महरम ना मिला पर,
महरम की जगह मर हम गए ।।-
Ek bewafa ke zakhmon par marham lagane hum gye...
marham ki kasam marham na mila ....
magar marham ki jagah mar hum gye.-