"गीदड़ की 100 साल की ज़िन्दगी से शेर की
1 दिन की ज़िन्दगी बेहतर है!"
ये बात उसकी शहादत के वक्त यूं साबित हुई,
कई घंटों तक फिरंगी लाश के पास तक न गए।-
कद भले ही छोटा था हौसले लेकिन बड़े थे।
मौत के डर को परे रख दिलेरी से वो लड़े थे।
कौल था कि गीदड़ की ज़िंदगी से मौत भली,
मद्देनजर आराम था पर वो आज़ादी पे अड़े थे।-
उनका क्या कहना जो देश के खातिर शहिद हो गए,
जो दुनिया भर में मिसाइल ऑफ फादर से रौशन हो गए।
वो शेर सी ताकत,जिनके हौसले बुलंद,
थी मोहब्बत मिट्ठी से वो विज्ञानवादी इंसान थे।
अंग्रेजों के खिलाफ लड़े वो शेर-ए-हिन्दोस्तान थे।
ख़ौफ़ से उनके डरे दुश्मन,
नाम से उनके थर थर कांपे दुश्मन।
वो तो गद्दारों के हात चढ़े,
वरना,
किसमे इतनी हिम्मत कहाँ, सामने उनके रहे खड़े।
वो दहाड़ शेरो सी तेवर जिसके हिंदुस्थानी थे,
वो देश के रखवाले ईमान के जो पक्के थे।
आझादी का जुनून लिए निकले वो देश की शान थे।
वतन के खतिर मैदान में पायी शहादत,
वो पहिले योद्धा हजरत टीपू सुल्तान थे।।2-
Once a soldier asked Tipu Sultan:
"Is it right that everything is fair in Love & War..?"
In an epic sentence Tipu Sultan replied:
"It's an excuse and the belief of the people who love to oppress the weaker section of the society.Our tradition and The Kingdom of God's Grace's Legacy is that, Whatever is to be done in love & war,
-Should Be Fair.."
~Tipu Sultan, 20th November 1750 - 4th May 1799~
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टीपू सुल्तान
जिसने दलित औरतों को अधो वस्त्र पहनकर इज्जत से जीने का अधिकार दिया। टीपू सुल्तान जिसने छूत अछूत नफरत की आग में जल रही मानवता को जालिमों जुल्मियों से बचाया। भारतीय इतिहास में द ग्रेट टीपू सुल्तान को मानवता के लिये सदैव याद किया जायेगा।-
"Better to live a day as a lion than a lifetime as a sheep"
Tipu sultan _ a man of great energy and daring character.
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“It is far better to live like a lion for a day than to live like a jackal for hundred years “
- #TipuSultan-
"Better to live one day as KING,
Then being a SERVANT for 1000 years."-