Build someone's
confidence
instead of
unknown fear.
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दुख सुख लाभ-हानि सब है साईं नाथ आपके हाथ,
कर्म करे इंसान तू अच्छे,तो साईनाथ है सदा तेरे साथ...
भीतर तेरे बैठे साईनाथ, गलत चले तो रोके, अपनी मर्जी से जिया आजतक अब जी ले उसका होके।
वे सदा तेरे संग रहेंगे लगने ना देंगे कभी ठोकर,
सबका बनकर देखा तूने अब बन जा उसका होकर।
समृद्धि तो सदा साईं नाथ के सहारे रहती है,
मन, आत्मा को सत्य से शुद्ध करो यही सब को कहती है।-
अपने मन के मंदिर में साईं नाथ जबसे आप को बिठाया, दुनिया के सब झूठे नाते छोड़ कर अपना आपको बनाया।
यहां कोई भी अपना नहीं है मैं यह सब को समझाऊं, छोड़कर बुरी बातें प्रभु से नाता जोड़ो, कर्म करो अच्छे यह सब को बतलाऊं...
लोग कहते हैं जीवन में है बहुत परेशानियां समृद्धि का है कहना कि यदि प्रभु से जुड़ जाए तो मिलेंगी उनकी मेहरबानियां..
जीवन वही अच्छा, जो किसी के काम आए...
किसी के प्रति गलत भाव ना रखें और उसे ना सताए।-
बाहरी परिस्थितियाँ जब हो जाए बेकाबू,
तो हमें भीतर से अपने आप को ताकतवर है बनाना,
खुद खुश रहना और दूसरों को भी खुश रखना यह है सबको बतलाना।
अपना और अपनों का दें साथ, और बढ़ाएं मदद के लिए अपने हाथ।
जब दुख का डर खत्म हो जाता है,तो दुख नहीं रहता,
आगे क्या होगा या होना है, यही है आजकल हर कोई है कहता।
समृद्धि का यही है कहना, साईं नाथ
दुख, कष्ट, उदासी सबके हर लेना,
प्रत्येक मनुष्य के जीवन में खुशी भर देना।-
आज किसी को किसी से प्यार नही, शुद्ध किसी के भी विचार नहीं।
सिर्फ उस रब का प्यार ही सच्चा है, हर निर्बल और दीन दुखी उसी का बच्चा है।
कभी खुद में झांक कर देखना,
अपनी नजर में तो हर इंसान अच्छा है।
समृद्धि के अवगुणों को मिटाना साईं नाथ,
आप से छूटे ना कभी भी मेरा प्यार भरा साथ।-
मधुर वचन बोलने वालों व दयालु व्यक्तियों का सभी चाहते है साथ,
क्योंकि वह हर किसी की मदद करने के लिए बढ़ाते हैं अपना हाथ।
वाणी की मिठास सुनने वाले को आनंद देती है,
किसी व्यक्ति से यदि सहानुभूति के दो मीठे बोल बोले तो दुख हर लेती है।
मधुर वचन बोलने वाले छोटे बड़े सब को आदर से बुलाते हैं,
वह प्रत्येक व्यक्ति के मन में अपनी जगह बनाते हैं।
समृद्धि का है यह कहना,साईनाथ हम सबको मीठी वाणी बोलने का सद्गुण देना,
प्रत्येक व्यक्ति पहने रखें मीठी वाणी का गहना।
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अपने प्रयास जारी रखो,तुम क्यों निराश होते हो?
दुनिया वालों के बुरा बोलने से अपना मनोबल क्यों खोते हो...
विश्वास से वह भी मिलेगा जो तुम्हारी किस्मत में नहीं,
रहमत जब उसकी हो तो भवसागर पार भी लगाता है वही।
डर मत, वह हर पल देखें तेरी सच्चाई,
हर कष्ट से तू उभर जाएगा यदि तूने प्रभु से सच्ची प्रीत है लगाई।
समृद्धि का यही है कहना,
साईं नाथ हर घड़ी हम सबके संग रहना।
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सृष्टि के रचयिता ने मानव को स्वच्छ वायु, निर्मल जल और प्रकाश वरदान दिया,
किंतु मानव ने अपने स्वार्थ के लिए इन सब को दूषित किया।
मनुष्य में सदा से ही शासन करने की लालसा रही है,
प्रकृति से छेड़छाड़ करके उसे वैज्ञानिक प्रगति का नाम दिया।
धरती जो हमें सब कुछ प्रदान करती है, मानवीय गतिविधियों ने आज बना दिया उसे विरान ।
कोरोना ने कितनों की ली है जान,
ए मानव, अब तो संभल जा! अब तो बनना छोड़ दे अनजान।
साईनाथ करना हम सब की रक्षा,
कोरोना को हम दे पाएं मात,
कोरोना से हमारी इस लड़ाई में सदा रहना हमारे साथ।-
Thursday feels like bodies melting over bodies. Too much work and too much pain
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