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व्याकुलता की पीड़ा को
सीता से बेहतर जाने कौन
द्वंद छिड़ा है मन के भीतर
अधरों पर है धारण मौन-
लंक विध्वंस किए हनुमाना
रघुराई अति किए बखाना
तुम्हरी भुजा है शक्ति अपारा
महाबली तुम जग पहिचाना
(अनुशीर्षक में पढ़ें)-
रामायण श्री राम सीता लक्ष्मण जी की एक अमर कहानी है।
जो हमे,धर्म,कर्म,विचारधारा,भक्ति,शक्ति रिश्तों के सही मायने सिखाती है।
रामायण महाकाव्य की रचना महर्षि वाल्मिकी जीने की इस में
24 हजार छंद एवं 500 सर्ग जो मुख्य भागों में विभाजित है।
रामायण बालकांड, अयोध्या कांड, आरण्य कांड , किष्किंधा कांड,
सुंदरकांड, लंका कांड,उत्तरकांड लवकुश कांड में विस्तारित है।
कृपया अनुशीर्षक में पढ़े....👇🚩🚩🚩
Short में लिखा है आशा करती हूं पढ़के आपको
पूरी जानकारी सहित ख़ुशी मिले.....😇🚩🚩🚩🚩-
सीता जीत जाती है अपना सतीत्व और अपनी पवित्रता,
मगर हार जाती है अपना ही संसार अपना परिवार।-