है मुगालता,तेरे शेरों मे मेरा ज़िक्र हुआ जाय,
इस खुशफहमी में मगर मेरा दिल बड़ा इतराए!-
7 SEP 2020 AT 16:14
26 DEC 2020 AT 16:48
ज़िन्दगी को ढूंढते तो ज़िन्दगी निकल गई,
ज़िन्दगी से जूझते ज़िन्दगी गुज़र गई,
मुग़ालतों से भरी हर सांस का वज़न लिये,
न ज़िन्दगी मिली हमें न ज़िन्दगी का अक़्स ही।
#talaash_e_zeest
insta @talaash_e_zeest-
1 OCT 2024 AT 21:13
" अंत तक वक़्त को टालता ही रहा.,
जीवन अनंत है बस यही मुगालता रहा..!"-
27 APR 2021 AT 17:48
जाने किस मुगाल्ते में है जिंदगी,
जाने किस मुगाल्ते में है जिंदगी,,
सोचती है के हम रेह नही पायेगें
तुझ बिन...-