भोले की भक्ति की अभिव्यक्ति कोई कैसे करें,
यह वो सत्य है जिसकी अंतर्मन में अनुभूति होती है।
¦ हर - हर महादेव ¦
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"शिव महिमा"
जय महाकाल! जय आदिनाथ,
जय भोलेनाथ भंडारी!
दुखियों के दु:ख हर्ता, कैलाशपति त्रिपुरारी।
हर-हर महादेव! हर-हर महादेव!!
जय अमरनाथ! जय सोमनाथ,
जय त्रिनेत्र डमरू धारी!
जग के तुम्हीं उद्धारक श्री उज्जयिनी के वासी।
हर-हर महादेव! हर-हर महादेव!!
जय राम इष्ट! जय जगत पिता,
जय नीलकंठ जटा धारी!
विष पीकर सृष्टि को बचाया,तुम्हीं ने सर्पधारी।
हर-हर महादेव! हर-हर महादेव!!
जय भूतनाथ! जय भस्म धारी,
जय पिनाक त्रिशूल धारी!
कालों के भी काल तुम्हीं,भोले दानव संघारी।
हर-हर महादेव! हर-हर महादेव!!
जय हरि उपासक! जय आदि गुरु,
जय प्राण संजीवनी दानी!
महामृत्युंजय मंत्र दे,जागृत किए मार्कंडेय सन्यासी।
हर-हर महादेव! हर-हर महादेव!!
जय रावण इष्ट! जय महादेव,
जय रौद्र रुद्र अवतारी!
मारुति रूप जन्म लेकर,श्रीराम की कथा बखानी।
हर हर महादेव! हर हर महादेव!!-
सौ मुश्किलें कम लगने लगती है सिर्फ एक बार तेरा नाम पुकारने से
फिर क्या ही सोचना इन बेवक्त हालातों का
जब तू बसा हो मेरे रोम रोम के हर एक कण में,
जो भी तूने दिया,उसमें ही ये छोटी सी जिंदगी खुशहाल है,,
यह तन मिट्टी की और सब तुने ही तो दिया
फिर क्यों करूं कभी खुद पर अभिमान मै ?!-
हर हर महादेव
महाशिवरात्रि पर्व की
आप सभी
लेखक मित्रों को
हार्दिक शुभकामनाएं
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