इन उलझनों को सुलझाकर भी यहां भला क्या ही पाना है
ना साथ लेकर कुछ आए थे, ना साथ लेकर कुछ जाना है !!
क्या हार क्या जीत, ये सब तो बस एक अफसाना है,
रुहान !! नींद भले ही महलों में पूरी हुई हो या शोर भरी सड़कों पर,
मगर एक दिन सबकुछ छोड़ भुलकर यहां इसी मिट्टी में सभी को समाना है !!
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She absolute doesn't give a damn to a few numbers of envious & haters,
Cause she's already an empress of where, where numerous folks are enough to make her blessed with an endless rapture's!-
इन आंखों में सपने हज़ार हैं
टूटकर बिखरे भी इनमें से कुछ कइ बार है,
खुदगर्ज दिल भला छोड़े ना फिर भी उम्मीदों कि आस लगाना,
यूंही नहीं होता ये कमबख्त हरदम बिमार है !!
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जितनी है जिंदगी उसे दिल खोलकर जियो
जो पास हे तुम्हारे, उसे सम्भाल कर रखो
नाराजगी और गम का सिलसिला तो यहां चलता रहेगा मेरे यारों,
पल भर में दस्तक दे देती है मोत यहां बिन किसी आहट के,
बेहतर है की सारे गिले-शिकवे भुलकर, इस छोटी सी जिंदगी को तुम मुस्कुराकर जियो !!-
मायूसियां ही बची है अब जीवन में मेरे
सआदत की दूर दूर तक कोइ आहट नहीं !!
दिल ने ऐसे सम्भाल रखा है गम को अपने भीतर
की महज़ और किसी "सुरूर ए इनायत" की जरूरत नहीं !!
हमारा तो घर ही रहा भरे खारो के चमन के बीच
गुलों की जमीनों पर चलने की हमें आदत नहीं !!
अब आबाद रहो तुम अपने " तकाब्बुर ए आलम" में जाना,
के गुज़रे हुए गलियों में मुड़कर जाना हमारी फितरत नहीं !!
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ये मुश्किलों का सिलसिला भी एक दिन थम जाएगा
जद्दोजहद तुम्हारी आज की कल एक नया रंग लाएगा !!
है नहीं कुव्वत किसी में इतनी जो तुम्हारे संघर्षों की आग को बुझा सके,
आज जिन शिकस्तियो को मात दे तुम "जतन की उड़ान" हो भरने चले,
यकीन रख!! वो दिन भी दूर नहीं जब खुदा भी तुम्हारी शदीद मेहनत की जीत का जश्न मनाएगा !!
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ख्वाहिशों के समांओ में हम कुछ इस कदर मशगूल हुए,
सजाकर "ख्वाब ए जहां" को हमने आंखों में,
उसे खुद से ही कुरेद बैठे !!
किसी प्यासे बंजारों की तरह दर बदर भटकते रहे
सामने पड़े समंदर के सैलाबों को छोड़,
हम तपकती जलती रेत पर निकल पड़े !!
दुर से जिस जमीन को हम "महफूज ए बसेरे" का जहां समझे,
देखा जब जाकर पास तो पता चला,
वहां की हवाएं भी मेरे ही कब्र का कफन बना बैठे!!-
था जब वो क़ैद पिंजड़े में
तब बिचारा कुछ कर ना सका
अब जब आइ बारी आजादी की
बिचारा किस्मत का मारा,
चाहकर भी उड़ ना सका !!
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So here, after looking into so much in life, at last get to know that merely oversleeping is the medicament of any predicaments! 🤭
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मौत के कुछ मंजर को भी हमने बड़े करीब से देखा है
तब जाकर आज हमने ये जिंदगी जीना सीखा है !!
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