चलता रहा मैं रात भर
बस तेरी ही तलाश में
मिल जाए तू कहीं भी
बस इतनी सी आस में
पूछूँ मैं तुझसे बात ये
कैसी खता मुझसे हुई
क्यों छोड़कर मुझको तू
जाकर किसी और की हुई-
ki unki yaadon se bolde koi ki thoda fashla rakhe humari khwabon se,,
yun ektarfa mohhobaat mein rahat ki neend bhi badi dilchashp khata hoti hai...-
Badle badle se hai andaz tumhare
Kuch khafa se lagte ho
Sach m naraj ho humse ya ab
kisi aur pr marte ho-
तेरी गुस्ताखियां हर दफ़ा दरकिनार करते रहे
तेरी खताओं को नादानी समझ प्यार करते रहे
तेरी बातों में तो कभी जिक्र मेरा आया भी नही
देख कर ख़्वाब तेरा खुद को बेकरार करते रहे
तू हर दफ़ा मेरी उम्मीदों के टुकड़े करता रहा
ना जाने क्या सोच फिर भी ऐतबार करते रहे
जिन राहों से तू कबका आगे निकल चुका था
हम आज भी उन्ही राहों में इंतज़ार करते रहे
मानकर अपना तुझे ईमान भी हवाले किया
ज़लालत ही पायी खुद को शर्मसार करते रहे
'मौन' रहे हर बार हम बस यही एक खता हुई
चुप्पी ही वो गुनाह है जो बार बार करते रहे-
ऐसी खता से अच्छा है की तुम मुझे सजा दो
इस बेरुखी की तुम मुझको ही वजह दो
अगर ना लानी हो होठों पे हँसी अपने तो ना सही
पर इस दिल के खातिर बस
अपने दिल से ही मुस्कुरा दो !
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तुम मेरी न हुई तो इसमे ख़ता क्या थी तुम्हारी
सब कुछ जानते हुए भी तुमको टूट के चाहा,
बस यही गलती थी हमारी
अब गुजारता नहीं तुम्हारी यादों के सहारे जिंदगी
तुम चली आओ या फिर यादें चली जाये तुम्हारी!!-
हमने तो छिड़क दिए थे,
सुखी साखो पर लहू अपने
अगर फूल फिर भी ना खिले
तो ख़ता क्या हमारी-
معاف تیری ہر خطا اگر تو لوٹا دے میری وہ حسین عمر
جوگنوا دی ہم نے اےصنم تیرے لوٹ آنے کے انتظار میں
Maaf Teri har khata agar tu louta de meri woh haseen umar
Jo gawa di ham ne ai sanam Tere lout aane ke intezar me
✍️رائٹس۔ناعمہ اصلاحی
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