हर दिन शाम बैठ के तुम्हें याद करता हूं
न जाने कई साल बीत गए तुम्हें गए हुए
मगर मैं आज भी तुम्हारा इंतज़ार करता हूं!!-
यूं तो कोई शिकायते नही है उनसे
तकरार तो अब उनकी यादें करती है!!-
इज़हार करने से मोहब्बत नहीं हो जाता
इश्क वो भी करते है जो कभी इज़हार नहीं करते
कहने को काफ़ी कुछ होता है उनके पास भी
मगर वो कभी कहने का बात नही करते!!-
जिस लम्हे में फिर मिला था तुमसे
वो लम्हां सुनहरा लगने लगा था
तुम्हें नज़रों के पास देख कर
यें दिल फिर से धड़कने लगा था
गुज़ारिश है खुदा से दुबारा न मिलाना
अबकी संभलने मे वक़्त बहुत लगा था!!-
मिले थे फिर से करने को कुछ बात
मैं ठीक तुम ठीक मे फ़िर सिमट गयी बात!!-
कि इश्क तुमसे कितना करता हूं
कभी फुरसत न मिला कहने को
तुम्हारी बातों में ही उलझा रहा हमेशा
कभी मन ही न किया सुलझने को
बिन कहे ही कई वादें कर चुका था
उन वादों का भी मोल कहा तुमको
खत्म हो रहा है सब धीर-धीरे
चाहत भी नही रहा तुम्हें पाने को
अब हो रहा हूं तुमसे दूर थोड़ा थोड़ा
मगर दिल भी नही करता रूकने को!!-
सपनों की दुनियां से कुछ ख्वाब साथ लाया हूं
आज फिर तुम्हारे साथ का मन्नत मांग आया हूं
हकीकत में न बदल सके तो ख्वाब बदल देना
कुछ ऐसा फ़रियाद आज खुदा से कर आया हूं!!-
कुछ रिश्तों के नाम नहीं होते
हर किस्सों के अंजाम नहीं होते
आते है कुछ लोग हमारी जिंदगी में
एक प्यार-सा छाप छोड़ देते हैं
होते तो है वो हमेशा हमारे साथ
मगर वो कभी हमारे नहीं होते!!-
एक शख्स को बेइंतहा चाहा मैने
मगर वो चाहती किसी और को थी
कहता भी कैसे उसे अपने दिल का हाल
लिपट कर जो रोने लगी एक दिन
मगर वो रोयी भी किसी और के लिए थी!!-
तुम्हारी यादें मुझे जीने नही देती चैन से
तुम आज भी जाती नही इस जहन से!!
जिन राहों पर हम हमेशा साथ घुमा करते थे
वो राहें भी मुझे अकेला देखती है हैरानी से!!
शाम जो हमेशा हमारा साथ दिया करती थी
वो भी अब कही गुम है तुम्हारे न आने से!!
ये जो बारिश कि बूंदें आई है मेरे खिड़की पर
तुम आती नहीं यहां,वो भी अंजान है इस बात से!!
तुम तो चली गई सफर में अकेला छोड़ कर
मगर मैं आज भी खड़ा हूं तुम्हरे इंतजार में!!-