तमाम रंग भरे पड़े हैं
इस जहां में "महादेव"
लेकिन मुझे आपके
रंगों में रंगना हैं...
♥️🕉️🙏🥳
होली की हार्दिक
शुभकामनाएं सभी
Yq परिवार को🥳-
छिन ले फागुन के रंग तेरी उदासियों को
भांग के नशे में मस्त होकर,,
गाते नाचते झूमते,,बेफिक्री से जश्न मनाते,,-
कभी तुझको जो रंग लगाऊं मैं
बस तेरे ही रंग में रंग जाऊं मैं...
रंग भी ऐसा जाऊं तुझमें
के फिर कभी ना वो रंग उतार पाऊं मैं..
लागी है ये जो प्रीत तुझ संग
मीत अब किसी की ना बन पाऊं मैं...
तुझे नही पता, तुझे कितना चाहती
बस एक तुझपें ही अपनी सारी खुशियां कुर्बान जाऊं मैं...
रंग जो ये मेरे सारे तुमसे है
उन रंगों के लिए सजदे करती जाऊं मैं
तुझे पाना जरूरी नही, तेरा होना जरूरी है
फिर तेरे प्यार में जिंदगी भर क्यूं ना जोगिन बनी फिरती रह जाऊं मैं...-
शायद ! ये चांद और समां भी यही कह रहा है
रंगो हर रंग में और पूरे हो जाओ ।।
झूम संग सबकी मस्ती में
बहते जाओ, बहते जाओ ।।
🌙🌹🌙
...-
रंगों के रंग में रंगीन हों रहा हूं
तुमसे मिल कर कुछ हसीन हों रहा हूं
राहत मिली ज़िंदगी को तुमसे मिलकर
इस जिन्दगी के रंग में रंगीन हो रहा हूं
मेरा रंग बन जा तू........-
लोग ग़ुलाल में रंग रहे है
सुनो
तुम आओ न मैं
तुम्हारे रंग में रंगना चाहती हूँ,
मैं भी श्री कृष्णा और राधा
जैसी होली तुम्हारे
साथ खेलना चाहती हूँ,
अब नहीं हों रहा सब्र
मैं भी होली तुम्हारे
साथ खेलना चाहती हूँ,
सुनो
आज की होली मैं
तुम्हारे नाम करती हूँ,
जी भर के तुम्हारे साथ होली
खेलना चाहती हूँ।-
सण होळीचा , उत्सव रंगांचा
गंध प्रेमाचा , बंध नात्यांचा,
शिशीराचा निरोप घेवून
झाले वसंताचे आगमण,
नटली सृष्टि सारी
रंगांची होता उधळण,
रंग सर्वांचा ,बंध नात्यांचा
भिंजूनी गेले अंग सारे,
नभी उधळले रंग बावरे
खुलला रंग गुलाल प्रेमाचा,
रंगला खेळ राधा - कृष्णाचा
रंग गुलालाचा, रंग हळदीचा,
रंग चंदनाचा ,गंध मातीचा
विसरुन सारे रुसवे - फ़ुगवे,
रंग गुंफती धागा मैत्रीचा
मिटवूनी भेदभाव सारे,
रंग गिरवती माणूसकीचा
निराशेची पेटवू होळी ,
प्रयत्नांचा नवा प्रारंभ करूया
दहन करू दृष्ट प्रवृत्ती ,
नव्या विचारांचे स्वागत करूया
रंग प्रेमाचा, रंग हर्षाचा ,
उत्सव आनंदाचा जल्लोष होळीचा
होळी रे होळी पूरणाची पोळी,
सुखाने भरूया आपल्या आयुष्याची झोळी... 😊— % &-