कुछ यूं भी हमने ;
जिंदगी का मिजाज़ बदला है।
भीड़ अपनों की भरी पड़ी है ;
और मिजाज़ गैरों को सुना रहे हैं।
Shikha bhardwaj ✨-
तुम बिन अधूरा सा मैं,
ठंड सी तुम, बर्फ सा मैं
ज़रा सा साथ क्या छूटा
पिघल गया मैं ।
🔥🔥🔥-
Live alone but everyone needs to be together,
That means to stay alive but death is also needed!-
प्यार की टेढ़ी-मेढ़ी गलियों में
मैं ठहर सी गई हूं...
मेरे यार कभी बारिश बनकर ही
बरस जाया कर!!!-
जिदंगी आजकल तेरे बिना कुछ यूं विरान है
कुछ अधूरे सांसे लिए चल रहे है
जिसकी मंज़िल सिर्फ शमशान है
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" I spent worst moments alone,
while everyone believed that.....
I don't have any hardest moments...
and I was allright..."
Shikha bhardwaj 😶
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मत कर इतने सितम कही मर ही
ना जाऊँ मै।।
आसमां में उड़ रही थी तो क्या अब
ठहर जाऊँ मै।।
तू जानता नही तू क्या है मेरे लिए
और ये तेरी
खामोशी जहर है मेरे लिए तो
क्या इस जहर को पी जाऊँ मैं-
तन्हाई दरमियाँ होने पर भी अपना ही फ़ायदा हैं,
अनकहे जज्बातों के मोतियों को शब्दों के धागे में पिरोने का मौक़ा जो मिल जाता हैं।-