मै सपने बुनता हूँ,
वो हकीकत बेचती है।
सीधी राह चुनता हूँ,
तो कांटे भेंट करती है।
मोहब्बत करता हूँ,
तो बेवफ़ा निकलती है।
खुश रहता हूँ,
तो एहसान समझती है।
कमाल है ज़िन्दगी तू भी!
शिकायत करने से पहले ही वक़्त बदल देती है।
मैं 'कल' को जीना चाहता हूँ
और तू रोज उसे 'आज' कर देती है!
अजीब है पर अज़ीज़ है,
कम से कम साथ मेरा आखिरी दम तक तो देती है..❤️
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