सारे फर्ज़ मेरे थे,
तो मैंने खुद अकेले ही,
साथ फेरे क्यों नहीं ले लिये।-
ऐ हवस शामों की
थोड़ा मुझसे भी मुख़ातिब हो
दोनो मिलकर शायर बन जाते हैं..-
हम बुरे लोग हैं
यूँ तारीफ ना करो हमारी,
तुम्हें भी कल हमसे शिकायत होंगी।।
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हर दर्द को पिघलाकर,
उसे शब्दों में गढ़ती हूँ,
ताकि वो चेहरे पर ना झलके।-
उसकी बाहों में जन्नत है।
और वो खुदा नहीं, खुदा से मांगी हुई मन्नत है।-
Sometime we need distance from everyone.
To know
who i m and what i want to be.
What is presence of mine in other life.
That's what i want right now.-
करने हैं सभी पूरे, जो भी हैं ख्वाब अधूरे,
करनी है दुगुनी मेहनत, होंगे सपने पूरे,
क्यों घबरायें हम जब करनी कथनी से बड़ी,
आराम नहीं करना हमको करनी मेहनत कड़ी,
गर साथ है ईश्वर का पूरे होंगे अधूरे ख्वाब मेरे,
बड़ों की आशिष सर पर,पूरे होंगे ख्वाब मेरे.-
हम गोरों (अंग्रेजों) की तरह साल में एक बार मां को याद नहीं करते हमारे लिए हर दिन हर लम्हा माँ को समर्पित होता है ओर होना भी चाहिए....
#मातृत्व_दिवस
#Psycho_Writer ✍
#Мя_NiЯwAnDaЯ★★★
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Use to make flower pots.
But was too unskilled to make a flower
for them.-