यहां अरावली की हर छोटी पहाड़ी के
शिखर पर एक मंदिर है...
ISIS को हज़ार साल झेलने के बाद
आज भी अपने हठीले रौब के साथ खड़ा है।
यहां के राजाओं ने विश्व को ये सिखाया
कि घास की रोटियां खाकर भी
इतिहास में अमर हुआ जा सकता है।
ये वीरभूमि राजस्थान है....
#30मार्च
#राजस्थानदिवस-
" रंग रंगीलो रस भरयो , म्हारो प्यारो राजस्थान
सोनी सी धरती जठे , जठे चांदी सो आसमान " ....।।
" 30 मार्च राजस्थान स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं ...
राजस्थान की धरती महज़ भूमि नहीं यह संतों , वीरों व महापुरुषों तथा भक्तों की भावनाओं से परिपूर्ण धरती है ।-
उगते सूरज सो तेज़ लियो
स्वर्ण नगरी रा टिला सू
लियो शरणागति रो मूलमंत्र
रणथम्भोरी हठबिला सु ।।
ली शौर्य,वीरता कण कण सु
जिण राणा,राजा,राव जण्या
जो मान झुकावे माटी रो
बैरी का वे सुरा काल बणया।।
धणी एकलिंग जी री कृपा सु
स्वाभिमान राणा के भाला पे
गौरव की गंध जो चड़ बैठी
एक फूल ,फूल एक माला पे।।
म्हारी आन,आबरू मारवाड़ी
मोतिया सु महंगी हाड़ौती
शेखावाटी अंचल म्हारो
ओ श्रृंगार सजिलो ढूंढाड़ी।।
में हर एक लहरा साथ बहयो
में शत्रु कोप ,रक्तपात सहयो
कण कण पावन पुकार करी
तब जाके *राजस्थान* कहयो।।-
रूप सुलखणो मरुधर रो, गोरे धोरां पर इठलावे
लाल पीली केसरिया साफे सु माथे रो ताज सजावे
केर-सांगरी, छाछ-बाजरी, गट्टे रो साग जिमावै
बाटी-दाल चूरमा और घेवर री मनवार करावै
पृथ्वी, राणा, चेतक,पन्ना,वीराँ रा गीत सुणावै
पीथळ-पाथल, गोरा-बादल,जौहर ने कुण भूल पावै
राठौड़ भवानी करणी माता,नगर बिकाणो दरश करावै
खाटू वाला श्याम धणी, फागण में रंग उड़ावै
नमन करूँ बाई मीरा ने,बे,कान्हा रा गुण गावै
अजमल घर अवतार धणी, रूणिचा गाँव बसावै
धूणी-खेजडी, और टीले री अब याद घणी आवै
परदेश बस्या राजस्थानी,थाने थांरो देश बुलावै-
यहाँ अरावली की हर छोटी पहाड़ी के शिखर पर एक मंदिर है..
ISIS को हज़ार साल झेलने के बाद आज भी अपने हठीले रौब के साथ खड़ा है।
यहाँ के राजाओं ने विश्व को ये सिखाया कि घास की रोटियां खाकर भी इतिहास में अमर हुआ जा सकता है।
ये वीरभूमि राजस्थान है..
#30मार्च
#राजस्थानदिवस-