उस रोज़
जब हम साथ थे
हाथों में हाथ डाले
एक साथ ज़िंदगी गुज़ारने के
वो हसीं ख़्वाब देख रहे थे..
कोई जादू था उस शाम में
मैं तुम्हारी आँखों में
मेरी ख्वाहिशें देख रही थी..!
तुम मेरी ज़ुल्फ़ें संवार रहे थे,
और मैं बस एक ही दुआ कर रही थी
ऐ खुदा, काश किस्मत में
ये प्यार मुकम्मल हो जाये।
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