संभल कर रहना जरा !!
यहाँ के लोगो को अपनी ही तारीफ करने से फुर्सत नहीं मिलती !!
हमें क्या खाक समझेंगे ?-
ए दिल,
कहा था मैने,
वक्त पे संभल जाना,
यहां जोड़ने से ज्यादा तोड़ने का रिवाज़ है।-
माना की तुम्हारे बिखरे हुए बालो से ज्यादा
उलझी हुई है तुम्हारी ज़िन्दगी,,,
और तेरे इश्क़ के खातिर आया हूं तेरी ज़िन्दगी में
तेरी उलझनों को दूर करने
अब तो बता दो क्या बनोगी तुम मेरी बंदगी...
😌😌😌-
Pareshan ho gye the wo humse hmri baton me ulajh kr....
Dur ho gye hm unse unki khushiyon ke liye...-
उदासी है तो रखो मन में जग जाहिर ना करो
कुछ समय की उदासी है,दिल उदास ना करो
🌺 ये पल भी निकाल जाएगा दोस्त🌺
पर अपने को कभी भी इतना निराश ना करो-
बहुत कुछ संभलना है मेरे और ज़िन्दगी के बीच,
बस ये समझ आ जाए कि बच्चा कौन है।-
"जज़्बातों के
भीड़ ने हर हालत
में ढलना सीखा दिया,
सुख दुःख
के उतार चढ़ाव ने
ज़िंदगी में संभालना
सीखा दिया,
दौर–ए–गम
तो आते ही हैं हर
एक इंसान के जीवन में,
उन ठोकरों
को भी शुक्रिया
जिन्होंने मुझे चलना
सीखा दिया!"-
वो भूल चुका है मुझे या
मैं याद हूं उसे अभी?
साथ चलने का वादा करके,
वो कहीं पीछे छूट गया अभी।
बहुत दूर जा चुका है वो,
लेकिन मेरे पास है अभी।
मुझे जो नहीं बनना था,
वही बनता जा रहा हूं अभी।-