मुझे रोना नहीं आता,
जाने कितने साल हो गए मुझे रोये हुऐ..!!
पर उस दिन मुझे कुछ हो गया था..!!
जैसे मैंने बहुत देर तक उसका चेहरा देखा,
और मैं बहुत देर तक रोया..!
उसका प्यार शायद मेरी आंखों में उतर आया था..!!
उसने कहा भी तो था ना मुझसे कि उसे कुछ वक्त हुआ रोए..
दुःख में रोना कितना आम हो चुका है ना,
और दूसरों के दुःख में रोना तो जैसे असंभव ही है..!!
मेरा ये असंभव ना जानें कैसे संभव हुआ..!!
अपने दुःख पर तो मुझसे रोया नहीं जाता कहीं पर उसको देख कर मैं रो रहा...🖋️
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