मेरा महबूब धोखेबाज़ है मैं ऐसा नहीं कहता,वो सबसे बात करता है बस अच्छा नहीं लगता। -
मेरा महबूब धोखेबाज़ है मैं ऐसा नहीं कहता,वो सबसे बात करता है बस अच्छा नहीं लगता।
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सिर झुकाओगे तो पत्थर भी देवता हो जाएगाइतना ना चाहो उसे वो बेवफा हो जाएगा।हम दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है जिस तरफ चल पड़े रास्ता हो जाएगा॥ -
सिर झुकाओगे तो पत्थर भी देवता हो जाएगाइतना ना चाहो उसे वो बेवफा हो जाएगा।हम दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम है जिस तरफ चल पड़े रास्ता हो जाएगा॥
बहुत मशरूफ हो शायद जो हमको भूल बैठे हो ।ना ये पूछा कहाँ पर हो,ना ये जाना कि कैसे हो॥ -
बहुत मशरूफ हो शायद जो हमको भूल बैठे हो ।ना ये पूछा कहाँ पर हो,ना ये जाना कि कैसे हो॥
मुझसे जो तुम मेरा हाल पूछते हो,बहुत मुश्किल सवाल पूछते हो। -
मुझसे जो तुम मेरा हाल पूछते हो,बहुत मुश्किल सवाल पूछते हो।
मैं छोटा सा गाँव तुम मुझे शहर लगती होसाड़ी में तुम कसम से कहर लगती हो।तम्हें पीकर मर जाऊँगा एक दिनयार...तुम लड़की नही ज़हर लगती हो॥ -
मैं छोटा सा गाँव तुम मुझे शहर लगती होसाड़ी में तुम कसम से कहर लगती हो।तम्हें पीकर मर जाऊँगा एक दिनयार...तुम लड़की नही ज़हर लगती हो॥
Rose नहीं, बस तेरा साथ रोज़ चाहिए। -
Rose नहीं, बस तेरा साथ रोज़ चाहिए।
कुछ होश नहीं रहताकुछ ध्यान नहीं रहता।इंसान मोहब्बत में,इंसान नहीं रहता।। -
कुछ होश नहीं रहताकुछ ध्यान नहीं रहता।इंसान मोहब्बत में,इंसान नहीं रहता।।
कमा के इतनी दौलत भी मैं अपनी "माँ" को दे ना पाया,कि जितने सिक्कों से..."माँ" मेरी नज़र उतार कर फ़ेंक दिया करती थी। -
कमा के इतनी दौलत भी मैं अपनी "माँ" को दे ना पाया,कि जितने सिक्कों से..."माँ" मेरी नज़र उतार कर फ़ेंक दिया करती थी।
इसीलिए मैं खुद के ज़ख़्म हर किसी को दिखाता नहीं,नमक लिए घूमता है हर शख़्स कोई मरहम लगाता नहीं।घर की जिम्मेंदारियाँ, खुद के सपने और तेरी ख़ामोशी खाती है मुझे अंदर से,और मेरी माँ की शिकायत रहती है कि मैं वक्त पर खाता नहीं॥ -
इसीलिए मैं खुद के ज़ख़्म हर किसी को दिखाता नहीं,नमक लिए घूमता है हर शख़्स कोई मरहम लगाता नहीं।घर की जिम्मेंदारियाँ, खुद के सपने और तेरी ख़ामोशी खाती है मुझे अंदर से,और मेरी माँ की शिकायत रहती है कि मैं वक्त पर खाता नहीं॥
उन्होंने हमसे पूछा मेरे बिना रह लोगेसांस रुक गई...और उन्हें लगा हम सोच रहे हैं। -
उन्होंने हमसे पूछा मेरे बिना रह लोगेसांस रुक गई...और उन्हें लगा हम सोच रहे हैं।