आंखो में आंसू, होंठो से मुस्कुराता है
खुद लाख गम में डूबा यार, अपने यार को खुश रहना ही समझाता है ♥-
सुनो फलाने.......
तुम बड़े राज्य के राजकुमार हो, मै हुँ रंक प्रजा प्रिये।।
मैं कन्या भोली भाली सी, तुम बालक बड़े नालायक प्रिये।।-
इक शाम जब से तेरी जुल्फें इन उंगलियों ने संवारी है
फिर कहां ये उंगलियां हमारी हैं
तू बिछड़ गया मुझसे तो गम क्या
थामे कलम को हाथों में कागज़ पे तू हर शाम उतरी है
जो कभी कागज़ ना मिल पाया मेरी कलम को
थामे शराब हाथों में बना के जाम गले में उतारी है
इक शाम जब से तेरी जुल्फें इन उंगलियों ने संवारी है
फिर कहां ये उंगलियां हमारी हैं!!
❤-
तू ख्वाइश बन जा और मैं रूह की तलब,
बस यूं ही जी लेंगे दोनों मुहब्बत बनकर...-
सुनो फलानी..
तेरी मेरी मोहब्बत का, कुछ ऐसा है हुआ सीन प्रिये।
मैं शान्तिदूत हूँ भारत सा, तुम झगड़ालू सी चीन प्रिये!!-
सुनो फलानी..
तुम नैनो की लग्जरी गाड़ी सी, मैं हूं मर्सिडीज की थार प्रिये।
तुम कलक्टर हो किसी जिले की, मैं लौंडा बेरोजगार प्रिये।-
मैने कब कहा मोहब्बत कीजिये..
क़ाबिल-ए-नफरत हूं ख़ूब कीजिये..!!-
सुनो फलाने,
मल्लिका हूँ तुम्हारे दिल की, ताज़ बना के रख लो न...!
अंधेरा कभी होने नही दूंगी, आफ़ताब बना के रख लो न...!!-
सुनो फलानी..
तुम बड़े सेठ की बिटिया हो, मैं हूं फ़कीर जमीनी प्रिये।
मैं बालक हूँ साधरण सा, तुम हो कन्या बड़ी कमीनी प्रिये।।-
सुनो फलानी..
तुम महँगी शराब की बोतल सी, मैं हूँ बियर की कैन प्रिये।
तुम Money Heist की दीवानी हो, मैं मिर्जापुर का फैन प्रिये।।-