आधुनिक और नवीन सुग्राही लेखक और कवि के विचार-
अज्ञेय की तरह कथाकार बनना है,
ज्ञानेंद्रपति की भांति गद्य काव्य लिखना है।
हरिवंशराय बच्चन के जैसे गहराई में जाना है,
रामधारी सिंह दिनकर की तरह प्रसिद्धि पाना है।।
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29 JUL 2020 AT 18:29
1 JAN 2022 AT 7:22
मुझे क्या गर्व हो अपनी विभा का चिता का धूलिकण हूँ, क्षार हूँ मैं, पता मेरा तुझे मिट्टी कहेगी समा जिसमें चुका वो संसार हूँ मैं..
रामधारी सिंह दिनकर-
23 SEP 2022 AT 18:47
आज प्रसिद्ध ओजस्वी कवि स्वर्गीय श्री रामधारी सिंह 'दिनकर' जी का जन्म-दिन है। मैं उनका सम्मान करते हुए उन्हें शत शत नमन करता हूँ और उन्हें अपनी दो पंक्तियाँ सादर समर्पित करता हूँ :
लिख 'कुरुक्षेत्र' और 'रश्मिरथी',
दिलों में अंगार भर दिया ।
'उर्वशी' की रचना कर राष्ट्रकवि ने,
पूरा श्रृंगार लिख दिया ।।-