“अक्सर हमारी चुप्पी,
हमें सही होते हुए भी,
गलत साबित कर देती है!!
क्योंकि उस वक्त हमारे पास,
वो शब्द नहीं होते,
जिनसे हम खुद को,
सही साबित कर सकें,
और लोगों को तो बस,
मौका चाहिए दूसरों का,
तमाशा बनाने का!!"-
22 MAR 2021 AT 20:30
9 FEB 2021 AT 20:14
"बात का मतलब"
सिर्फ़ कुछ ही समझते हैं,,,
"मतलब की बात" तो
सब समझ जाते हैं...!
😏-
24 APR 2020 AT 23:18
मतलब_की_दुनिया
"मतलब की दुनिया है साहब,
वरना कौन पूछता है आज के ज़माने में,
काम तो राम राम नहीं तो क्या है आपका नाम,
मानो तो ख़ुश ना मानो तो हैरान परेशान।"-