जब चलना नहीं आता था तब ...
कोई गिरने नहीं देता था और
जब चलना सीख लिया तो...
हर कोई गिराने में लगा है।
...यही जीवन का सत्य है...
🌷आपका दिन शुभ हो 🙏🌷-
11 SEP 2023 AT 8:33
31 JAN 2022 AT 15:58
सुनो पुकार भारती।
चलो उतार आरती।
प्रकाश पुंज ज्ञान का।
लिए उजास मान का।
भुला सभी विकार को।
लिए सही विचार को।
रुको नहीं बढ़े चलो।
सदा सुगंध ले खिलो।
चुभे समान फाँस सी।
निशा ढली उदास सी।
प्रभा प्रभात की भली।
प्रसून सी खिले कली।
सरोज पंक में खिले।
पुनीत स्थान ही मिले।
खिलो सभी सदा युँ हीं।
रुको नहीं कभी कहीं।
दिखा सदा महानता।
विधान दान मानता।
विचार हो सदा सही।
झुको नही रुको नही।-