#प्रियामृतवधेश #अवधेश_की_कविता
#झूठी_माया #सुंदर_काया
छुप
पीछे
किसी ओट
चलाके तीर
मार रहे सबको
दिखा के झूठे स्वप्न
लूट लिया अपनों तक को
कुर्सी पाकर कर रहे मौज
समझो तो सब झूठी माया है ।
मिट जानी ये सुंदर काया है ।
मत भूलो जो भी बोला है
माहौल बिगड़ने मत दो
अब ग़लतियाँ मत करो
व्यवस्था सुधारो
अन्यथा हटो
सुनो जरा
सब की
चुप
अवधेश कुमार सक्सेना- 04092020-
4 SEP 2020 AT 10:31
21 DEC 2018 AT 17:24
झूठी माया
झूठी दुनिया की झूठी माया,
Timepass के लिये था पटाया,
Status symbol के लिये ही चाहिये BF/GF आज कल,
आज हो ग़र तुम, तो दूसरी कोई और चाहिये मुझे कल,
Emotions और feelings का कोई अस्तित्व रहा नहीं,
अब इस दुनिया में इंसयीनात का नामो निशान रहा नहीं।
-Ruma Satra
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