तीतर बितर, सब गया है बिखर,मैं तो हूं यहां तू है किधर,परिस्थितियां समान नहीं,ना ही है समान नजरिया,दिल ए ख्वाइशे तो हैं कई,मगर कदम जकड़े पड़ी है मजबूरिया। -
तीतर बितर, सब गया है बिखर,मैं तो हूं यहां तू है किधर,परिस्थितियां समान नहीं,ना ही है समान नजरिया,दिल ए ख्वाइशे तो हैं कई,मगर कदम जकड़े पड़ी है मजबूरिया।
-
सिसक के रहे जाती हैं ख्वाहिशें। -
सिसक के रहे जाती हैं ख्वाहिशें।
धुंधली सी उनकी तस्वीर,कुछ धुंधली यादें तो कुछ धुंधली तकदीर। -
धुंधली सी उनकी तस्वीर,कुछ धुंधली यादें तो कुछ धुंधली तकदीर।
हवा गुलाबी,या तेरे नैन शैतानी,लालम लाल हुई,जो थी लाज से अनजानी। -
हवा गुलाबी,या तेरे नैन शैतानी,लालम लाल हुई,जो थी लाज से अनजानी।
कुछ इस तरह छू गया वो,कि उसकी खुशबू में डूबा गया वो,सम्पूर्ण थी जो मेरी जिंदगी,ना जाने कैसी कमी जगा गया वो। -
कुछ इस तरह छू गया वो,कि उसकी खुशबू में डूबा गया वो,सम्पूर्ण थी जो मेरी जिंदगी,ना जाने कैसी कमी जगा गया वो।
अपने ख़्वाब बिखरते देखा है,अपनो के नकाब हटते देखा है,ठोकरों से वो क्या डरेंगे,जिन्होंने गिर कर संभलना सीखा है। -
अपने ख़्वाब बिखरते देखा है,अपनो के नकाब हटते देखा है,ठोकरों से वो क्या डरेंगे,जिन्होंने गिर कर संभलना सीखा है।
ख़्वाब में इक खयाल आया,पलक झपकी तो पता चला कि,खयालों में ख़्वाब आया।-Ruma Satra -
ख़्वाब में इक खयाल आया,पलक झपकी तो पता चला कि,खयालों में ख़्वाब आया।-Ruma Satra
ज़िंदगी की भाग दौड़ से बचकर,कुछ सुकून के पल ही तो चाहा था बदले में,नोक झोंक से भरे लम्हों से बचकर,बस थोड़ा सा प्यार ही तो माँगा था बदले में। -
ज़िंदगी की भाग दौड़ से बचकर,कुछ सुकून के पल ही तो चाहा था बदले में,नोक झोंक से भरे लम्हों से बचकर,बस थोड़ा सा प्यार ही तो माँगा था बदले में।
अचानक से दिल में हुई धक धक,सांसे थामने लगी,उनके आने की थी ये दस्तक,यूंही थोड़ी हवाएं चलने लगी।-Ruma Satra -
अचानक से दिल में हुई धक धक,सांसे थामने लगी,उनके आने की थी ये दस्तक,यूंही थोड़ी हवाएं चलने लगी।-Ruma Satra
ईश्क बेपनाह है, कोई कमी नहीं,बस एक तरफा है, जो काफी नहीं। -
ईश्क बेपनाह है, कोई कमी नहीं,बस एक तरफा है, जो काफी नहीं।