अगर.............. उसे छूना "जूर्म" है..." तो.."सजा_ए_मौत" का इंतजाम करो...। "दिल" मेरा.. बहोत ही "जिद्दी है..." एक बार उसे..."गले" जरूर लगाएगा...। ࿇•═सिराज═•࿇
कितनी बार मै सबूत, तुझे अपनी बेगुनाही का दूँ, मेरी ये खामोशी, और ये भीगी पलकें, क्या कम है ? इतना बताने के लिए कि हाँ मै आज भी बेकसूर हूँ !! और सजा पा रहा हूँ उस जूर्म का जो मैने किया ही नहीं !!