Shubham Deokar 🖤   (THE UNIQUE)
6.0k Followers · 5.7k Following

read more
Joined 28 April 2020


read more
Joined 28 April 2020
16 OCT AT 20:52

बस...
उनकी एक नजर ही काफी है..
इस मिलावटी दूध को अमृत बनाने के लिये.
किसी चांद की ख्वाहिष मैं क्यूँ करू.

(Shubham Deokar)

-


10 OCT AT 21:46

जरा सा मुस्कुराना चाहते है,
नशा सिर्फ आपके इश्क का करना जाणते है.
जताना नहीं आता प्यार,
पर आपहीसे बेइंतेहा करना जाणते हैं.
पिने से अच्छा आपके साथ जीना चाहते हैं..
बस यही सोच सोच कर..
जरा सा मुस्कुराना चाहते है....

(Shubham Deokar)

-


6 OCT AT 12:54

(Shubham Deokar)

-


1 OCT AT 20:26

उस चांद की तारीफ अब मुझसे ना होगी.
अब तो तारीफ उनके सिवा किसी और की,
उन्ही को अब बर्दाश्त नहीं होगी.

(शुभम देवकर)

-


30 SEP AT 19:20

आस लगी है सनम,
सांसे भी थमने लगी.
इंतेजार ना हो रहा खतम,
ना ये शाम ढल रही.

(शुभम देवकर)

-


29 SEP AT 15:36

उनके यादो की हिफाजत इस कदर की हमने,
आज फिर किसिने प्यार से हमे देखा तो नजर झुकाली हमने.

(Shubham Deokar)

-


28 SEP AT 20:35

जब इश्क का और देशभक्ती का अंजाम एक ही है..
तो किसिका रांझा बनने से अच्छा, मै भगतसिंह बन जाऊ.

-


26 SEP AT 22:44

शायद अभी भी किसी की कोई ख्वाहीश अधूरी रह गई..
तभी तो आज फिरसे बारिश हो गई.

-


25 SEP AT 21:07

ऐ बादल तू जरा धीरे से गरज.,
कही तेरे इन् हरकतो की वजह से उनकी निंद ना अधूरी रह जाये..

-


22 SEP AT 21:33

ख्वाब हमारे रुठ गए|
ख्वाब हमारे छूट गए ||
ख्वाबोके ये सिलसिले|
ख्वाबोमेही टूट गए ||

ख्वाबो की ये ख्वाहिशे|
खयालो मे खो गए ||
ना रूठे फिरसे|
ये ख्वाब हमारे ||

इसिलिये ख्वाब देखने|
उनके खातिर
खयालो मे खो गए ||

(Shubham Deokar)

-


Fetching Shubham Deokar 🖤 Quotes