QUOTES ON #जयशंकर_प्रसाद

#जयशंकर_प्रसाद quotes

Trending | Latest
9 MAR 2018 AT 1:59

नारी तुम केवल श्रद्धा हो
✍✍✍✍✍✍✍✍✍✍

नारी तुम केवल श्रद्धा हो ,
विश्वास रजत नग पग तल में।

पीयूष स्रोत सी बहा करो ,
जीवन के सुन्दर समतल में।।

🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷🌷

#जयशंकर_प्रसाद
(नारी के महत्व और सम्मान को
दर्शाती जयशंकर प्रसाद जी की
सर्वकालिक बहुमूल्य पँक्तियाँ)
【प्रस्तुति: #Veenu"】

-


21 MAR 2023 AT 21:16

वह पथ क्या, पथिक कुशलता क्या,

जिस पथ पर बिखरे शूल न हों,

नाविक की धैर्य परीक्षा क्या,

जब धाराएं प्रतिकूल न हों !

-


15 NOV 2021 AT 9:17

जिनकी लेखनी में कमनीय माधुर्य की रस धार हो,
छायावादी युग के प्रवर्तक लेखक जयशंकर प्रसाद।

-


9 MAR 2021 AT 22:53

यह आज समझ तो पाई हूँ
मैं दुर्बलता में नारी हूँ।
अवयव की सुंदर कोमलता
लेकर मैं सबसे हारी हूँ।

पर मन भी क्यों इतना ढीला
अपना ही होता जाता है,
घनश्याम-खंड-सी आँखों में
क्यों सहसा जल भर आता है?

सर्वस्व-समर्पण करने की
विश्वास-महा-तरू-छाया में।
चुपचाप पड़ी रहने की क्यों
ममता जगती है माया में?

-


15 NOV 2022 AT 8:23

जीवन के सूक्ष्म एवं व्यापक आयामों के चित्रकार,
छायावादी युग के प्रवर्तक देव, जयशंकर प्रसाद।

-


30 JAN 2022 AT 12:45

आसाधारण व्यक्तित्व धीर-गंभीर मनोयोगी लेखक,
छायावाद के प्रवर्तक-जनक-ब्रह्मा जयशंकर प्रसाद।— % &

-


30 JAN 2023 AT 11:32

आधुनिक हिंदी साहित्य एवं रंगमंच के कलाकार,
छायावादी प्रवर्तक कलाधर श्री जयशंकर प्रसाद।

-