Rama Swaroop   (रामा स्वरूप (Ramam))
83 Followers · 123 Following

Job in Revenue Department (Raj)
Quotes Creator / Writer / Thinker
Joined 8 August 2020


Job in Revenue Department (Raj)
Quotes Creator / Writer / Thinker
Joined 8 August 2020
19 NOV 2023 AT 22:01

बेहिसाब चाही गयी चीजें
छिटकती बहुत हैं !

-


11 NOV 2023 AT 13:04

काम में मशग़ूल रहना ही,
क्या अब जिंदगी हो गयी
माँ कह रही है कि बेटा
त्योहार पर भी
घर नहीं आ रहा ?
क्या तुझ पर ही जिम्मेवारी
इतनी बड़ी हो गयी ?
कैसे समझाऊँ "माँ"🥰 को
कि Diwali से ज्यादा,
अबकी बार इलेक्शन ड्यूटी
जरूरी हो गयी !!!

-


4 NOV 2023 AT 13:04

मुझे चाय का शौक न था
बस यूँ ही फरमाइस कर दी
मुझे, उससे मिलना था
इसलिए दिल ने गुजारिश कर दी
ओऱ मेरे पास उससे मिलने का
कोई ओऱ बहाना भी तो न था

उसके साथ, उसके पास बैठकर
बहुत सी बातें और एक लम्हा
जीना था उसे एकटक देखकर

लेकिन आज भी उसका ना ही था
चायपति खत्म होना तो बहाना था
उसे मर्यादाओं में रहना
अच्छा लगता है, मैं मानता हूँ
मैं भी तो सीधे घर का हूँ जनाब
अपनी सारी हदें जानता हूँ

-


30 OCT 2023 AT 14:13

लोकतंत्र अधिकारों का मान तुमको रखना है,
वोट की ताकत को आज हमें परखना है,
चाहे तुम चुनाव किसी का भी करना,
पर मतदान हर-हाल में करना !

-


29 OCT 2023 AT 21:55

बेनाम होने के चाहत में,
नदी वजूद मिटाती है,
नदीश में खोकर।
फ़िर हम क्यों नामजद हो,
हमें भी गुजरना है,
तुझसे होकर ।।

-


29 OCT 2023 AT 10:58

बेनाम ख्वाहिशें, बेनाम मंजिले ,
बेनाम रास्ते, बेख़ौफ मुसाफिर,
बेनाम गीत, बेनाम संगीत
बेनाम शोर, बेख़बर मुसाफिर,
इस बेनाम सफर में
बेनाम इंतजार, बेनाम इजहार
और सिर्फ एक बेख़ौफ हमारी धुन!

-


29 OCT 2023 AT 10:54

बेनाम ख्वाहिशें, बेनाम मंजिले ,
बेनाम रास्ते, बेख़ौफ मुसाफिर,
बेनाम गीत, बेनाम संगीत
बेनाम शोर, बेख़बर मुसाफिर,
इस बेनाम सफर में
बेनाम इंतजार, बेनाम इजहार
और सिर्फ एक बेख़ौफ हमारी धुन!

-


28 OCT 2023 AT 21:55

नाम रखकर भी पहचान बना नहीं पाए
राह चुनकर भी मंजिल को छू नहीं पाए
उजालों में भी दूर तलक देख नहीं पाए
तो क्यों ना एक बार,
बिना चुने रास्तों से, मंजिल को खोजा जाए
अँधेरों को चीरकर, सितारों तक ताका जाए
हाँ बेनाम होकर कुछ नाम जैसा किया जाए

-


22 MAR 2023 AT 22:51

ख्वाहिशों के बोझ में बशर ,

तू क्या क्या कर रहा है,

इतना तो तुझे जीना भी नहीं ,

जितना तू रोज मर रहा है !

- बशर

-


21 MAR 2023 AT 21:16

वह पथ क्या, पथिक कुशलता क्या,

जिस पथ पर बिखरे शूल न हों,

नाविक की धैर्य परीक्षा क्या,

जब धाराएं प्रतिकूल न हों !

-


Fetching Rama Swaroop Quotes