Mere bas main nhi
Tere saath bitaye
un palo ko
bhul jana-
Hum wo nahi
jinke dost saath chod dia krte h
Humare kahne pr humare dost
Dosti me jaan dia krte h..-
इश्क है आसान, निभाना उतना ही कठिन है
आंखों में दिखती है मोहोब्बत, देख सको तो मुमकिन है
वादा कर तू कि इश्क करेगा पूरी शिद्दत से अपनी
ना देखे होंगे रंग तुमने, उससे ज्यादा मोहोब्बत रंगीन है।-
Ek bar ko to man hua ki
Sb kuch bhul kar waps aa jau
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Fir tumhara faisla yaad aa gya-
ज़िनके चेहरें पे बड़ी वाली हसीं
और अल्फाजों मे दर्द छूपा होता है
वो है yq की आन , बान और शान
ये तीनो तारीफ़ मेरे गुरुदेव के नाम
आप कहा हो गुरुदेव
जल्दी वापिस आइये
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"हिन्दी"
बचपन में जब गौर से देखता था
इस शब्द को तो
न जाने क्यों
"माँ" की अनुभूति होती थी मुझे
जैसे माँ 'श्रृंगार' के नाम पर
बस एक 'बिंदी' लगा लिया करती है
बिलकुल उसी तरह की
भाषा का श्रृंगार 'हिंदी' है
- © राहुल अभुआ 'ज़फर'-