एक लड़की जब अपना घर छोड़ कर ससुराल आती हैं तो हजारों सपने नहीं डर होता है उसके अंदर और बो डर सच होता है कि मायके की तरह उसकी कोई केयर नही करेगा न उसकी पसन्द ना पसंद का ख्याल रखेगा, और यह डर सच होता है।।।
राह में इस क़दर चलूं मैं कि इन राहों का अपनापन मैं फूल महकें इस क़दर कि इन फूलों का बरसों का इंतजार मैं हवा चले इस क़दर कि इन हवाओं का हिस्सा मैं पत्ते बनाये आशियां इस क़दर कि इन पत्तों का साया मैं..
15 जनवरी सैनिक डे। मैं भारत के देशवासी होने के नाते मैं भारत के सभी सैनिकों को सलाम करती हूं जो हमारे देश के लिए पूरे दिन रात मेहनत करते हैं और सीमा पर डटे रहते हैं और अपने पद से नहीं हिलते। उनको शत-शत नमन है मेरा।
Many thrones will be in our way Be strong a play Never mind others words Fly like birds Choose your own way Be honest and say Create a history of your own Follow everyone to be known...