Anand Kumar 19 DEC 2020 AT 9:19 मैं तुम्हारे लिए अच्छा भी हूं और बुरा भी हूं तुम मुझे क्या समझते हो वो मायने रखता है - Anand Kumar 26 NOV 2020 AT 21:47 तुमसे मिलकर कहीं खो गया हूं मैंसच कहूं तो तुमसा हो गया हूं मैं - Anand Kumar 27 NOV 2020 AT 7:20 हमको देख के चाचा जी ऐसे मुस्कुराए हैंजैसे उनके गंजे सर में बाल उग आए हैंमैंने पूछा,चाचा उजड़े चमन में फूल खिला क्याये सुनते ही चाचा बहुत जोर शर्म आए हैं - Anand Kumar 5 APR 2020 AT 10:34 सच्चा भक्त हूं शिव का।चाहे रावण कहो कलयुग का। - Anand Kumar 3 FEB 2021 AT 10:59 खुली किताब हूं वक्त मिले तो पढ़ लो कभीगर मधुशाला खुली होती,तो पंक्तियों में खड़े होते लोग - Anand Kumar 29 SEP 2020 AT 7:03 मैं कुछ दिन महफिल से दूर क्या रहा लोग लग गए मेरी हस्तियां मिटाने में - Anant Bijay 2 SEP 2020 AT 6:55 देखा जब आज मैंने ज़िन्दगी को क़रीब से,जाने पहचाने से चेहरे लगे कुछ अजीब से।। - Anand Kumar 6 OCT 2020 AT 8:35 कितनी रातें गुजरी हैं मैंने,बैठे-बैठे तेरी याद मेंएक रात और गुजर जाए तो क्या हर्ज हैतेरी मोहब्बत का इकलौता कर्जदार था मैंऔर थोड़ी मोहब्बत कर लूं तो क्या हर्ज है - Anand Kumar 15 AUG 2020 AT 9:50 ऐ तिरंगा तुझे देता हूं वचन एक दिन जरूर ऐसा आएगाजिस दिन तुम POK और इस्लामाबाद में भी लहराएगा - Anand Kumar 29 FEB 2020 AT 11:05 जब मुझे मां की दुआ मिलती हैतब बहती तूफान भी मुझे हवा लगती है -