वो भी खुदा से थे किसी के,
जिन्हें देखा आज मयखाने में..
एक मै ही नहीं,
पत्थर बना हूं इस जमाने में।
"D.B.Muskan"-
जैसे अंधेरे का मतलब है रोशनी का अभाव हो जाना,
वैसे नफरत का मतलब है प्रेम का भाव खो जाना।-
मैं कई सिद्दत से...
तुमको चाहता हूं....
लेकिन तुम किसी..
और कि हो...
ऎसा हैं!!
मैं किसी कब्रिस्तान..
के पास सो जाता हूं...
एक ना एक दिन...
तुम जरूर मेरी होगी...💔💔-
""कठोर""
मैं तुमको वो कठोर नहीं..
बोला जो तुम समझ रही हो...."प्रिए"
इश्क के गोद में पनपता हुआ,
वह हृदय स्पर्शी इश्क जो...
बाहर से देखने में कठोर हैं,
किन्तु अंदर से उतना ही..
"सहज" मुलायम मैं उस...
कठोर इश्क का बात बोला था,,
"प्रिए" यू नाराज हो जाओगी....
तो "प्रिए"आज से नाता ही ख़तम....
पूरा बात तो सुनते जाती....
लेकिन जाने दो...💔💔
-
मैं तुमको याद नहीं करता हूं! "अरज",
मैं तुम्हारी उस यादों को याद करता हूं!!
.......💔💔...... जो तुमने मुझे दी थी...-
बस मैं तेरा जिक्र नहीं करता,...
लेकिन मैं तुमको चाहता हूं...
पता चला है, कि कुछ अंजान...
लोग तुम्हारे जिंदगानी बन चुके हैं.....
🤎-
इश्क़ की चोट का अंदाज निराला है,
जिंदगी बोतल शराब की,
इश्क़ मयकशी का प्याला है।-
तेरी यादें मेरे दिल में, चिराग ए रोशनी रब्बा,
ढले जब शाम तू ही तू.. जले जब शाम तू ही तू..-
भावनात्मक दुत्कार,
हकीकत की मार से भी ज्यादा दर्द देती है।-
Har wqt aurat ko km aql ka tana dne wale log.
Aurat ki zra si adaa pr aql kho bethte hainn.-