एक शख़्स जिसे आदत थी मुस्कुराने की,,
अपनी ही धुन में गुनगुनाने की,,
पँछी बन आसमाँ में उड़ जानें की,,
महज़ एक हादसा उसे वो चोट दे गया,,
बचपन की उन गलियों में सहमा कर छोड़ गया,,
उसके दिल को वो इस कदर तोड़ गया,,
उसकी मंज़िल का हर रास्ता मोड़ गया,,
वो महज़ एक हादसा,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
उसे एक पल में हज़ार मौत दे गया,,
कैसे डर डर के उसने हर रात बिताई,,
इतना टूटने पर भी मुस्कुराई ,,
हार उसने फ़िर भी न हो मानी,,
अकेले ही हो उसने लड़ने की ठानी,,
क्या खूब उसकी क़िस्मत लिख कर है आई,,
एक टूटे हुए दिल💔 में समंदर सी गहराई,,,,,,,.....!!!!
-Lafz-e-Allu
-