तन के कैनवास पर..
भावों के रंग पिरो कर
सतरंगी यादों को बुन कर,
छुवन की सिहरन संजो कर,
मादक चित्र-वीथियाँ बना कर,
वज़ूद कहे खुल के इज़हार कर,
तुम्हारे लिए, इश्क़ पे ऐतबार कर।
खुशियाँ सारी समेट कर,
इश्क़ के धागों में पिरोकर,
अहसासों को आजमा कर,
जज़्बातों को ग़ज़ल बना कर,
कायनात की धुन सजाकर,
रूह कहे और इंतज़ार कर,
तुम्हारे लिए, बेइंतिहा सब्र कर।
© #Veenu"✍
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