मेरी रूह उनकी रूह से गुजरे,
और उनके स्याही की महक मैं बन जाऊ।
उनके दिल से सिधा कागज मे उतरू,
उनके लफ्ज़ो से तराशी जाऊ।
वो कलम उठा मेरा प्यार लिखे,
और मैं मिशाल बन जाऊ।
हर मेहफिल मे वो पढ़े मुझे,
और उनकी हर शायरी मे मैं समा जाऊ।
तमन्ना कुछ यू है मेरी,
की एक शायर की मोहब्बत बन जाऊ।
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