सबके सामने कुछ और
पीठ पीछे कुछ और
आखिर कब तक बंधी रहेगी
यूं रिश्तों की ये डोर !!-
5 OCT 2020 AT 13:11
21 JUL 2018 AT 12:03
पहनावा बदलने से जो बदल जाती आदमी की पहचान।
तो होते वस्त्रकार ही दुनिया में सारे गुरूओं से महान।।-
29 JAN 2020 AT 11:21
ख्वाहिश है कि पहुँचूँ इश्क के उस मुकाम पर,
जहाँ सामना तेरा मेरी दीवानगी से हो!!-
5 MAY 2022 AT 15:49
लोकलाज का भय कईं असभ्य
आदमियों को भी सभ्य बने रहने
पर मजबूर कर देता है....!!-
8 SEP 2020 AT 21:24
झूठी ही सही मगर तारीफ़ें किया कीजिए,
वरना.....
लोग आपको अपना दुश्मन समझ बैठेंगे!!-
24 DEC 2018 AT 1:10
My best teacher taught me today
यहां सबकुछ है बस भरम
केवल विचार ही हैं सत्य परम
Thanks so much sir....🙏-
21 NOV 2021 AT 13:34
“जिसकी कदर करो, वो वक्त नहीं देता,
जिसको वक्त दो, वो कदर नहीं करता.”
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8 APR 2019 AT 21:55
उसका स्त्री होना ही तुम्हारी हार है
और उसका स्त्री ही बने रहना,
तुम्हारे लिए सबसे बड़ी त्रासदी!-