QUOTES ON #WITERSCOMMUNITY

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5 NOV 2020 AT 0:15

"मेघवाल सोनम इनका नाम है...
लेखनी मे गजब की कलाकार हैं...
मितवा के Qoutes पर,
करती ये बेहतरीन से Collab हैं...
लिखने मे आला दर्जे का,
इनका अंदाज है...
लिखतीं हैं शब्द,
बन जाते अल्फाज हैं...
इनकी शायरियां पढ़कर,
होता हमें नाज है...
लिखती हैं रूह,
बन जाते इश्किया साज हैं...
इनकी लाइनों में जैसे,
अपनापन सा मिठास है...
जो दिल में आता,
लिख देती ये बिंदास हैं...
बिल्कुल इनकी ही तरह खूबसूरत,
इनका स्वभाव है !!💚💚

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28 AUG 2019 AT 1:44

A writer doesn’t stand out.
He hangs upside down,
Not to beg.
But to revisit few memories,
And places,
To be reborn again.

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2 MAR 2021 AT 13:38

जो मुह मोड़ गए और रूह छोड़ गए थे,,
कसमें खाई थी सिंदूरी आशियाने की,
इक ही थाली में साथ खाने की,
तो क्या हुआ कि उस शाम तुम नही आये,,
मानो मेरा साथ छोड़ गए मेरे साये🥀

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27 AUG 2019 AT 12:34

यहाँ सभी का दिल टूटा है
कोई न कोई किसी से रुठा है
कोई अभी अभी पड़ा है प्यार में
कोई शायर है मौत के इंतजार में
कोई समुद्र से गहरा इश्क को बताता है
कोई अपनी बरबादी का किस्सा सुनाता है
कोई लिख रहा है किस्सा धोखे का
किसी को इंतजार है तो सिरफ एक मौके का
बयान हुए दर्द को जब लोग सराहते है
जिनके है दर्द दिल में वो भी मुस्कुराते है
इन सभी लेखकों में बस एक चीज़ समान है
लिखने में अब बसती इनकी जान है
✍️Mandeep benipal

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12 AUG 2019 AT 15:14

आज बादल भी बरस रहा है अपनी धुन में,
शायद इसे भी मालूम हो गया हैं की,
आज ईद हैं ,
और यह ईद का तोहफ़ा देने आया हैं!!

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27 SEP 2020 AT 15:57

सुनो ! चलो ना एक काम करते हैं
फ़िर से एक नई शुरुवात करते हैं
सब बिगड़ जाने के बाद मुश्किल तो है मगर
एक बार फ़िर अजनबी बन मुलाक़ात करते हैं !!

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25 MAY 2018 AT 4:37

हर सुबह यूँ सोचती हूँ,
फिर शाम हो जाएगी,
एक और दिन जिंदगी का,
रात निगल जाएगी ।।

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30 JAN 2020 AT 14:50

Like dust,
You settled on me
In the depth of my pores
To fill it or make it worse

Gloaming breeze tried a lot
It blew away the uttermost
But the rest was grasped
Holded by Sebaceous glands

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26 SEP 2020 AT 15:32

Kalam ka kitna ajeeb rishta unn kitabo ke saath hei,
Ek sahara hei toh dusra likhne wala haath hei,
Shayad isliye kaha jaata hei ,
Yuhi nahi log apne alfaazo ki kimat lagate hei,
Bhavnao se bhari syaahiyaan bhi apna kamal zaroor dikha jaate hei...


- Isha shah






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4 SEP 2020 AT 20:48

Ek suljhi si sham tere na aane ki,
khabar se, ulajh si gayi..!

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