ग़रीब होना गुनाह सा लगता है ,,,, के गरीब होना हमें गुनाह सा लगता है , अपने आगे खाई और पीछे कुआं सा लगता है ,,,, हम कहीं जाएं भी तो जाएं कैसे - पैसों ने रास्ता रोक के जो रखा है ।
एक दर्द ने मेरे दिल को छलनी कर दिया, जैसा कि हर बार मैंने एक ऐसी लड़की को चाहा जिसे मैं प्यार करता था जो इस बहुत बड़ी दुनिया में मेरे जीवन से विपरीत दिशा में जा रही थी।..... ..