रात ने नींद में फिर एक सवाल पूछा है
जो दर्द आज हो रहा है इसकी कोई वजह भी है-
Anger and scream
do not change
anything,
instead
the man's face
looks like a
cruel animal.-
तुम्हारे आंखों में आज कोई ख्वाब है क्या,
मेरे इस दिल को जिंदा रखने का तुम्हारे पास कोई दवा है क्या ।-
इस घर की वीरानी का जवाब क्या है
तेरे मन में अपने लिए ख्वाब क्या है-
एक मंजर था जो कल मेरे सामने आया था
कुछ बातें हुई उनसे
उन्होंने हमारा दिल धड़काया था
गुजारिश से पहले भी
हम ये गुजारिश करते थे
इन बातों का सिलसिला यूं ही बरकरार रहे
यही उनसे बातें किया करते थे
हमारी ये गुजारिश यू गलतफहमी में बदल गई
अभी कल की ही बात थी
बातें करते करते उन्होंने बात बदल दी-
की इश्क में
मंजिल हमें इतना गिर देगी
आब इस बात का अंदाजा हो गया है
जिंदगी का सफर उस मंजिल की ओर चल पड़ा है-
रेत की तरह फिसलने लगी है ये जिंदगी
तू जब तक ना मिले तो कैसे समझेगी ये मेरी जिंदगी-
स्केच यू ही नहीं बन जाता,
इस दिल में जुनून सा जगाना,
पड़ता हैं,
ये जूनून यू ही नहीं जग जाता,
इसके लिए माहौल बनाना पड़ता हैं,
माहौल यू ही नहीं बन जाता,
इसके लिए स्केच वाले के प्रति,
दिल मिलाना पड़ता हैं
-
तरस गए हैं
वह हमारा इंतजार करते-करते
अब उनके मन की धुन भी शांत होनी चली होगी
वह हमें तरसा करके हमारा राह पलके बिछा कर कुछ लम्हे गिन रही होगी
वह हमें तरसा के रातों में हमारा ही इंतजार कर रही होगी-
वह एक ऐसा ही मंजर था
जिसे मैं कभी भुला नहीं
जिस जगह पर मै चला था
उस फिर से मैंने देखा नहीं
इश्क के डगर में मैंने भी कभी गोता लगाया था
मगर उसे कभी मैंने उसके अंजाम तक पहुंचाया ही नहीं
उन सब पलों को मैंने अपना किया था
मगर उसे मैं अब तक भुलाया नहीं।-