Agar safar se muhabbat kar lo
Manzil aur v khubsurat hogi
Apne sapno ki is safar me tumhe tumhare apno ko chor akele hi chalna hoga
Aaj seher me choti si jagah pe guzara kar lo
Kal pura sehar tumhara hoga
Ha kya bat h jo tum akele ho
Kal tumhare piche pura kaafila hoga
Yuhi girna uthna bus apne dagar se mat hilna
Dekh lena aane wala pura daur tumhara hoga.!!-
यूं तो वजह बहुत हैं,
पर महफ़िल में रौनक तेरे मुस्कुराने से हुई।
दीए तो लाखों जलाए मैंने,
मगर मेरे घर में रौशनी तेरे आने से हुई।-
यूं बार-बार न देख
मेरी नज़र से नज़र मिलाकर
अगर बातें ही करनी हैं तुझे
तो किया कर 'लफ्ज़ से लफ्ज़' लगाकर-
आती है बहुत याद वो
'सितारों वाली रात'
जाकर छत पे-खुले आसमां तले
तुम्हारा वो तारे निहारना
डाल कर हाथों में हाथ
उन सितारों वाली रातों में
लफ्ज़ पर लफ्ज़ रख... करना
बस प्यार भरी बात
आती है बहुत याद .....-
कभी-कभी लगता है कि
तुम भी मुझे याद करते हो
ख्वाबों में आकर मेरे
बातें 'सारी-सारी रात' करते हो-
ਪਹਿਲੇ ਪਾਤਸ਼ਾਹੀ ਸ੍ਰੀ ਗੁਰੂ ਨਾਨਕ ਦੇਵ ਜੀ ਦੇ 1 551 ਵੇਂ ਪ੍ਰਕਾਸ਼ ਪੁਰਬ ਦੀਆਂ ਤੁਹਾਨੂੰ ਸਾਰਿਆਂ ਨੂੰ ਸ਼ੁੱਭਕਾਮਨਾਵਾਂ।
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अकेले जाता हूं तारों के पास।
जिंदगी को थामे, बिखरे अरमानो के साथ।।
तन्हाई भी, कभी मेरे साथ आती है।
फिर ये भी भीड़ में यूहीं तनहा मुड़ जाती है।।
इंतज़ार में सुबह के पलके हो गयी नम।
फिर थक कर यूं लगा की सासें हो गई कम।।
रौशनी राहों की हो गयी मद्धम।
घबराया दिल मेरा की कहाँ आ गए हम।।
मुड़ कर देखा तो तनहा थे हम।
कुछ सपने थे और कुछ टूटे सपनो का गम।।
पर देखा किसी कोने में हौसले थे बुलंद।
दफ़न कर हर अहसास को आगे चल पड़े हम।।-
✍️.. हमीं ने लिखा था किरदार जिनका,
वो आज हामी से खुद छुपाने की,
कोशिश कर रहे हैं... ✍️-